खोलना चाहते हैं भैंस की डेयरी फार्म, तो पाले इस नस्ल की भैंस !
मुर्रा भैंस सबसे ज्यादा दूध देती है, हर दिन 15-20 लीटर दूध।
दूध उत्पादन के साथ मुनाफा पाने के लिए गोदावरी भैंस भी बेहतर विकल्प है।
तराई नस्ल की भैंस पालने से भी काफी अच्छा मुनाफा होता है।
भदावरी भैंस की दूध गुणवत्ता बेहतरीन होती है।
भैंस पालन पूरे साल लाभकारी होता है, दूध और गोबर से कमाई।
व्यवसाय शुरू करने के लिए बहुत अधिक निवेश की जरूरत नहीं।
भैंस पालन से पर्यावरण पर कोई बुरा असर नहीं पड़ता।
भैंस के गोबर का इस्तेमाल बायोगैस के रूप में हो सकता है।
खेती में भैंस का गोबर खाद के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।
अपने बजट के अनुसार आप अनेक नस्लों की भैंस खरीद सकते हैं।
मुर्रा भैंस का दूध फैट में समृद्ध, जिससे होगा अधिक लाभ।
व्यवसाय चलाने के लिए ज्यादा मजदूर की आवश्यकता नहीं।