देसी गाय से कम नहीं ये बकरी, भर भर के दूध देती है नस्ल
कम खर्च में ज्यादा मुनाफा देने के कारण, बकरी पालन आजकल किसानों के बीच बहुत लोकप्रिय हो गया है।
हमारे देश में अधिकतर छोटे और सीमांत किसान बकरी पालन में रुचि रखते हैं।
यह नस्ल स्विट्जरलैंड से आई है और इसे 'अल्पाइन' कहा जाता है। इसकी दूध उत्पादन क्षमता बेहद अच्छी है।
अल्पाइन बकरियां रोजाना औसतन 3 से 4.5 लीटर दूध देती हैं।
एक देसी गाय औसतन 3 से 5 लीटर दूध देती है, जो अल्पाइन बकरी के बराबर है।
इस नस्ल की बकरियों का औसत वजन करीब 61 किलोग्राम होता है।
अल्पाइन नस्ल की बकरियों के दूध उत्पादन और कम खर्च की वजह से ये नस्ल किसानों के लिए अधिक फायदेमंद है।
अल्पाइन बकरियां कम देखभाल में भी अच्छा दूध उत्पादन करती हैं।
यह नस्ल विभिन्न मौसमों में भी आसानी से जीवित रह सकती है।
अल्पाइन बकरियों का दूध पोषक तत्वों से भरपूर होता है और बाजार में अच्छी मांग रहती है।
इनकी देखभाल पर ज्यादा खर्च नहीं आता, जिससे कम लागत में अधिक मुनाफा होता है।
बकरी पालन विशेषकर अल्पाइन नस्ल के जरिए किसान अच्छी आमदनी प्राप्त कर सकते हैं।